Sunday, December 23, 2012

राजकुमार वीरवर्धन की शादी

राजकुमार वीरवर्धन  की शादी की उम्र हो गयी थी। राजा और राज्य के सभी लोग चाहते थे की एक सुन्दर और सुशील से राजकुमार की शादी हो जाये। राजा ने अपने गुप्तचरों को बुलवाया और कहा - " तुम लोग चारो दिशाओं में पता लगाओ कि राजकुमार के उपयुक्त कौन सी राजकुमारी है।" गुप्तचरों ने कहा -"जो हुक्म महराज " और वे लोग अपने तेज घोड़ों पर सवार होकर निकल पड़े।
छः महीने के बाद गुप्तचरों की टोली वापस आई। उनके सरदार ने राजा से कहा - " महाराज हम लोग हजारों कोस उत्तर, दक्षिण, पूरब और पश्चिम की ओर गए। हमने सैकरों राज्य की यात्रा की। इस दौरान हमें अनेकों देशों की ख़ूबसूरत और बुद्धिमान राजकुमारियां देखी। सभी एक से बढ़कर एक थीं। लेकिन इन सभी में पहारगढ़ के राजा भानुगुप्त की सबसे छोटी राजकुमारी हेमलता सभी तरह से हमारे राजकुमार वीरवर्धन की रानी बनने लायक हैं। वे देखने में अद्वितीय हैं। आस पास के दस राज्यों में उनकी बुद्धिमता के चर्चे हैं। वह बहुत ही बहादुर भी हैं।"
गुप्तचरों की इस बात को सुनकर राज अत्यन्त प्रसन्न हुए। उन्होंने तुरंत राजकुमार वीरवर्धन को बुलवाया और कहा - " हे राजकुमार। अब आपका विवाह का समय आ गया है। हम चाहते हैं की आपकी शादी राजकुमारी हेमलता के साथ हो जाये।" इसके साथ ही राजा ने गुप्तचरों द्वारा बताई हुई सारी बात राजकुमार को बताई और कहा की - " आप कल ही अपने साथ घुरसवारों की एक टोली लेकर पहारगढ़ की तरफ निकल जायें और अपने साथ राजा भानुगुप्त और उनके दरबार के लिए उपहार भी ले जाएं। वहां जाकर राजा भानुगुप्त से राजकुमारी हेमलता के साथ अपने विवाह का प्रस्ताव रखें।"
राजकुमार ने राजा की बातों को सुनकर कहा - " हे महाराज। आपके आदेश का पालन होगा।"
अगले सुबह राजा के कहे के अनुसार राजकुमार और उनकी घुरसवारों की टोली पहारगढ़ जाने के लिए निकल पड़ी .

(शेष शीघ्र ही )

1 comment:

anand said...

what was next????????????????