Saturday, October 2, 2021

वक्त नया है

 उठो जागो ये वक्त नया है | 

थी रात अँधेरी बादल गरजे,

संदिग्ध हुए मन भ्रमित हुए, 

तिमिर छटी अब सूरज निकला है | 

देखो अब यह सुबह नया है | 

No comments: